Saturday, May 28, 2011

सेक्*स को कभी न कहें सीधा इंकार

भले ही भारतीय सेक्स एक्सपर्ट वात्सायन ने इसके बारे में कुछ न लिखा हो, मगर विशेषज्ञों का मानना है कि यदि दंपति इसमें सही तरीके से दिलचस्पी लें तो यह आपकी सेक्स लाइफ को कई गुना बेहतर बना सकता है। तो आइए इस बार आपको ले चलतें हैं यौन संबंधों यानी 'इंटरकोर्स' के विपरीत बाह्य यौन संबंधों 'आउटरकोर्स' की दिलचस्प दुनिया में।

कई बार अलग-अलग वजहों से लोग यौन संबंध बनाने से बचते हैं। ऐसी स्थिति में बाहरी यौन क्रीड़ा न दंपति के लिए न सिर्फ ज्यादा सेक्सी, ज्यादा अंतरंग साबित होती है बल्कि यह उन्हें एक दूसरे के ज्यादा करीब लाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक इसे हर स्थिति में आजमाया जा सकता है, चाहे आप असुरक्षित यौन संबंधों से बचना चाहते हों, चाहे अपने निष्क्रीय यौन जीवन में नया जोश फूंकना चाहते हों या फिर उसमें किसी नए रोमांच की तलाश में हों।

क्या है यह आउटरकोर्स
अब आइए जानते हैं कि आउटरकोर्स या बाह्य यौन क्रीड़ा का अर्थ क्या है? दरअसल इस शब्द के भीतर सामान्य सेक्स, एनल सेक्स और ओरल सेक्स को छोड़कर सभी सेक्स संबंधी गतिविधियां शामिल हैं, जिनके जरिए पार्टनर एक-दूसरे को संतुष्ट कर सकते हैं। पिछले दिनों फाक्स न्यूज की तरफ से जारी एक रिपोर्ट में इसे इसलिए भी आदर्श ठहराया गया क्योंकि यह गर्भावस्था के दिनों तथा सेक्स संबंधी संक्रमण के मामले में पूरी तरह से जोखिम रहित है।

यदि आप इस बारे में और जानकारी हासिल करने में दिलचस्पी रखते हैं तो आउटरकोर्स आपकी सेक्स लाइफ को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। जहां आप संभोग के चरम सुख जैसा आनंद उठा पाएंगे।

यह भले ही कम चर्चा का विषय हो मगर हर कोई सेक्स के दौरान इस प्रक्रिया से गुजरता है, यदि विक्टोरिया बैकहम इसका आनंद उठा सकती हैं तो फिर आप क्यों नहीं?

बाहरी यौन क्रीड़ा दपंति को एक-दूसरे के और ज्यादा करीब लाती है। जहां यह नए प्रेमियों मे एक दूसरे के प्रति भरोसा पैदा करता है वहीं पुराने दंपति इसकी मदद से अपनी सेक्स लाइफ को फिर से रोमांचक बना सकते हैं।

आइए जानें वो कौन से तरीके हैं जिनकी मदद से आप बिना परंपरागत सेक्स में लीन हुए कुछ रोमांचक पल गुजार सकते हैं।

कामुक बातचीतः अपनी रातों को चटपटा बनाने का सबसे आसान तरीका यही है। रोजमर्रा की घिसीपिटी बातों एक किनारे करें। एक बार इसे आजमाइये और देखिए यह आपके और आपके पार्टनर के लिए कितना रोमांचक हो सकता है। इस किस्म की बातचीत के दौरान यह याद रखें कि रात जवान है और आपको एक लंबा रास्ता तय करना है. आप देखिए कि सेक्सी बातों की पर्तें कैसे एक के बाद एक खुलती चली जाती हैं।

सेक्सी कहानियां सुनानाः यदि आप चाहें तो साथ बैठकर किसी इरोटिक स्टोरी का आनंद ले सकते हैं। नहीं तो अपनी कल्पनाशक्ति को जगाइए। अपने साथी को सुनाइए एक रोमांच से भरी सेक्सी कहानी। उसमे थोड़ा रियालिटी का तड़का लगाएं। अपनी पार्टनर से कहिए कि वह अपने किसी कॉलेज फ्रैंड या आफिस के सहकर्मी के साथ काल्पनिक रोमांस या सेक्स करने की कहानी सुनाए, फिर देखिए उसकी कल्पनाओं की उड़ान किस तरह से आपको और आपकी पार्टनर को रोमांचित करती है।

सिर्फ चुंबनः विशेषज्ञों का कहना है कि चुंबन अपने आप में किसी भी यौन क्रिया जितना उन्माद से भरा हुआ है। यह आपके लिए एक-दूसरे के शरीर से खेलने की अंतहीन शुरुआत हो सकती है। होठ, कान और गर्दन से आरंभ करें और आगे बढ़ते जाएँ, निश्चय ही आपके लिए यह एक न भूलने वाला अनुभव होगा।

इरोटिक मसाजः इसके लिए आपको मसाज का एक्सपर्ट होना जरूरी नहीं है। मगर आपके हाथों का संवेदना से भरा स्पर्श आपके पार्टनर की संवेदन तंत्र में प्यार की चिंगारिया पैदा करने के लिए पर्याप्त होगा। आप इस दौरान अपने साथी के शरीर के हर अंग से परिचित हो सकेंगे। यह जान सकेंगे कि आपका स्पर्श उसमें कब और कितना गहरा उन्माद पैदा करता है।

स्ट्रिपटीजः इसके लिए आपको चाहिए सिर्फ एकांत भरे कुछ क्षण और मधुर संगीत, बस। अपने एकरसता से भरी दिनचर्या को किनारे रखिए। पार्टनर के कहें कि वह उन सेंसुअस कपड़ों में आपके सामने आए, जिनमें उसे देखने की आप कल्पना करते हैं। यह आपके लिए खासा रोमांचक होगा कि वह इन कपड़ों मे कैसी लगती है, या उस वक्त जब वह इन्हें एक-एक करके आपके सामने उतारे। बस इतना ध्यान रखें कि आपके आसपास ताकझांक करने वाले पड़ोसी न हों।

सेक्स प्रोडक्ट्सः ये प्रोडक्ट अथवा सेक्स ट्वाएज दरअसल आउटरकोर्स को ध्यान में रखकर ही बनाए जाते हैं। इनकी मदद से आप कई घंटे एक-दूसरे के साथ बड़ा ही दिलचस्प समय गुजार सकते हैं। भारत में अभी सेक्स ट्वाएज को लेकर ज्यादा खुलापन नहीं है मगर महानगरों में बहुत से दंपति अब इससे अपरिचित नहीं रहे।

हस्तमैथुनः यह सिर्फ अकेले में खुद की सेक्लुअल संतुष्टि का माध्यम नहीं है। आप अपने पार्टनर के साथ इस आजमाकर देखें। यह ज्यादा उत्तेजक और आनंददायक अनुभव बन जाएगा। इसे आप के दूसरे के शरीर की मालिश के दौरान भी आजमा सकते हैं।

स्नानः ठंडा पानी भी आपकी भावनाओं को भड़का सकता है। सिर्फ शावर के नीचे एक-दूसरे के साथ नग्न खड़े हों। पानी के साथ एक-दूसरे के शरीर का स्पर्श आपके लिए बेहद उत्तेजक होगा।

कुल मिलाकर ये तरीके न सिर्फ उन लोगों के लिए दिलचस्प हैं जो सेफ सेक्स चाहते हैं। इसके अलावा जो दंपति अपनी रूटीन सेक्स लाइफ से उकता गए हों उनके लिए भी यह एक नया अनुभव होगा। उम्मीद है कि अब तक आपने सोच लिया होगा कि आपके लिए सबसे दिलचस्प क्या है!

हाय दोस्तो, मेरा नाम सैक्सी बोएय है, मैं दिल्ली में रहता हूँ।
IF YOU HAVE ANY PROBLEM ABOUT SEX TELL ME I M SOLVE YOUR PROBLEM.
CALL ME NINE TWO ONE ONE ONE TWO THREE THREE ONE EIGHT.


सेक्*स को कभी न कहें सीधा इंकार

भागदौड़ की इस जिंदगी में हर व्*यक्ति पर काम का बोझ है। आप अपने परिवार को सुख देने के लिए मेहनत करते हैं, ऑफिस में रोज कई प्रकार के तनाव आते होंगे। जाहिर है इन सबके बाद जब आप घर आते होंगे तो आपकी पत्*नी आपके करीब आने की कोशिश करती होगी। जी हां यदि आपकी पत्*नी आपके करीब आए, तो उसे कभी निराश न करें। वरना आपकी मैरेज लाइफ खराब हो सकती है। उसमें भी तनाव आ सकते हैं। यहां पर हम आपको बताएंगे कि इसके लिए आप क्*या करें और क्*या न करें।

घर पर यदि आपकी पत्*नी आपके करीब आती है और आपको स्*पर्श करती है। हो सकता है आपको आकर्षित करने के लिए वो आपसे गले लग जाए या चुंबन ले। जाहिर है यदि आपके दिमाग में कोई तनाव चल रहा होगा, तो हो सकता है आप अपने साथी को झटक कर अलग कर दें। या फिर अलग जाकर बैठ जाएं। लेकिन आप ऐसा न करें।

ऐसा करने से न केवल आपकी पत्*नी के दिल को चोट पहुंचेगी, बल्कि अगली बार जब आपके मन में सेक्*स की इच्*छा जागृत होगी, तो वो भी आपको झटक सकती है। यही फार्मूला पत्नियों पर भी लागू होता है, कभी भी अपने पती को एकदम से अपने से दूर न करें।
आमतौर पर जब भी पति या पत्*नी को एक दूसरे के करीब आने की इच्*छा होती है, तो वो शुरुआत चुंबन से करता या करती है। उसके बाद धीरे-धीरे मसाज। ऐसे में यदि आपको उस समय सेक्*स करने का मन नहीं है, तो सीधे तौर पर मना करने के बजाए चुंबन से ही जवाब दें। होठ, गाल, गर्दन या सीने पर हाथ रखें और अपने साथी को बाहों में भर लें। इससे एक दूसरे के प्रति विश्*वास कई गुना बढ़ जाता है।

इस पल में यदि आपका फोन बजने लगे तो देखें यदि फोन बहुत जरूरी नहीं हो, तो कॉल रिसीव नहीं करें। क्*योंकि आमतौर पर ऐसे समय पर फोन रिसीव करने पर पत्नियों के मन में क्रोध की भावना आने लगती है। यदि हेलदी सेक्*स के लिए तैयार हैं, तो पीछे नहीं हटें और यदि नहीं तैयार हैं, तो आप सबसे पहले आप पत्*नी की तारीफ करें।

जैसे "तुम मेरा कितना खयाल रखती हो, तुम आज बहुत अच्*छी लग रही हो, क्*या बात है आज बड़ा प्*यार आ रहा है..." इन बातों के बाद यदि आप अपने साथी के साथ वो बात शेयर करते हैं, जिसके कारण आप तनावग्रस्*त हैं तो पत्*नी आपको अपने और ज्*यादा करीब महसूस करेगी। ऐसे में पति या पत्*नी अपने आप समझ जाएंगे कि यह समय सेक्*स के लिए उचित नहीं है।

मैरेज लाइफ को कैसे सुखद रखें

1. पति-पत्*नी एक दूसरे की भावनाओं का पूरा खयाल रखें। सिर्फ सेक्*स ही आपके शादी-शुदा जीवन में खुशियां नहीं डालता।
2. आपको हमेशा इस बात का खयाल रखना चाहिए कि आपके साथी में सेक्*स की इच्*छा किस समय सबसे ज्*यादा जागृत होती है। जिससे उस मौके के आने के पहले आप अपने सारे तनाव किनारे रख सकें।
3. एक दूसरे के करीब आते समय झूठ मत बोलें, क्*योंकि झूठ आपके बीच दूरियां पैदा कर सकता है। हालांकि सिर्फ करीब आते समय नहीं, बल्कि सामान्*य जीवन में भी अपने साथी से झूठ नहीं बोलना चाहिए।
4. यह मत देखें कि आपके साथी ने आपके साथ कितनी बार सेक्*स किया, बल्कि यह देखें कि सेक्*स के दौरान आपसे कितना प्*यार किया। कितनी प्*यार भरी बातें की। इससे आपसी तालमेल अच्*छा होता है।
5. यदि आप बहुत ज्*यादा व्*यस्*त हैं आपके पास बहुत सारे काम हैं, तो अपने हेक्टिक शेड्यूल में एक समय सेक्*स के लिए भी निकालें। वो समय आपके पारिवारिक जीवन को सुखद बनाता है।
6. संभोग करने से पहले फोरप्*ले करें तो अच्*छा होता है। इससे विश्*वास बढ़ता है।
7. एक दूसरे के करीब आते समय ऑफिस के तनाव, पारिवारिक झगड़े, दोस्*त, आदि की बातें करने से बचें। सिर्फ अपनी ही बातें करें।

फोरप्लेः सबसे सही शुरुआत

क्या आपको लगता है कि सेक्स आपके जीवन का बस एक नीरस हिस्सा बनकर रह गया है। इसके प्रति न तो आपके मन में कोई उत्सुकता है और न रोमांच... बल्कि आप इसे जैसे-तैसे रोजमर्रा के किसी काम की तरह निपटाना चाहते हैं। यदि हां, तो शायद आपको फोरप्ले के बारे में गंभीरता से सोचना होगा।

सेक्स महज रूटीन वर्क नहीं

फोरप्ले... यानी कि सेक्सुअल एक्ट अथवा संभोग से पहले की एक लंबी भूमिका और शायद हमारे सेक्स जीवन का सबसे अहम हिस्सा। विशेषज्ञों का मानना है कि सेक्स अथवा प्यार आपके जीवन में रोजमर्रा की किसी क्रिया से कहीं ज्यादा है। और दरअसल फोरप्ले ही सेक्स को एक रुटीन वर्क से अलग करता है और उसे स्त्री और पुरुष दोनों के लिए एक आनंददायक अनुभव में बदल देता है।

स्त्री-पुरुषः अलग-अलग मानसिकता

फोरप्ले की अहम भूमिका दरअसल स्त्री और पुरुष की भिन्न मानसिकता के चलते भी है। यह सच है कि पुरुष पलक झपकते सेक्स के लिए मूड में आ जाते हैं और तैयार भी हो जाते हैं। मगर यह स्त्रियों के संदर्भ में सच नहीं है। उनके भीतर प्यार की चिनगारी भड़कने में समय लगता है। फोरप्ले दरअसल सेक्स में दोनों को बराबर का भागीदार बनाने में मदद करता है। लिहाजा, इसके लिए जरूरी है कि अपने साथी में भी वैसी ही कामुकता और उत्तेजना पैदा करें जैसी कि आपके भीतर है।

सेक्स लाइफ में कुछ नया जोड़ें
फोरप्ले सिर्फ बेडरूम पर आपके बिस्तर का हिस्सा नहीं... बल्कि वह किसी भी प्रेमी जोड़े या दंपति के जीवन का अहम हिस्सा है। अपने पहले चुंबन को याद करिए। किस तरह वह आपके और आपके साथी में सिहरन भर देता था। अगली बार उसके जादू को महसूस करते हुए अपने होठों को साथी के होठों, गरदन या कानों के पास घुमाइये... और बस उसका असर देखिए।

अपने पार्टनर के लिए सेक्सी से संदेश छोड़ें। उसके पर्स में, रात को ड्रेसिंग टेबल के शीशे पर या फिर चुपके से जेब में। मोबाइल पर कुछ गुदगुदाने वाले सेक्सी संदेशों का आदान-प्रदान करें... देखें किस तरह से सेक्स आपके लिए एक उबाऊ सी चीज़ नहीं बल्कि रिश्तों को नई तरो-ताज़गी से भर देता है।

कल्पनाशील और शरारती बनें

स्पर्श का प्यार से गहरा रिश्ता है। अपने स्पर्श के जादू से साथी को भी परिचित होने दें। उसमें कुछ नया जोड़ें। सुगंधित तेल से मसाज़, तेज शावर के नीचे साथ खड़े होना या फिर अंधेरे कमरे में सिर्फ हाथों से एक-दूसरे के होने को महसूस करना...

कल्पनाशील बनिए। शरारती बनिए। कुछ नया करने की सोचिए। देखिए आपकी जिंदगी किस तरह से उमंगों से भर जाती है और आपके साथी में आपके लिए कैसी दीवानगी और कैसा जुनून पैदा करती है।

क्या आपकी पार्टनरनर आपसे ऐसी कोई शिकायत करती है कि आप उसे पूरी तरह संतुष्ट नहीं कर पाते? या फिर संभोग के बाद वो आपसे बिना कुछ कहे नाराजगी भरा व्यवहार करती है। और या फिर आपको लगता है कि आप खुद अपनी पार्टनर को संतुष्ट नहीं कर पाए। हो सकता है ज्यादा देर तक संभोग नहीं कर पाने की वजह से इस तरह की बातें खुद आपके जहन में आती हों। लेकिन इसे लेकर बहुत ज्यादा तनाव लेने की जरूरत नहीं है। संभोग से जुड़ी इस प्रकार की समस्याओं का हल हम आपको बताएंगे।

बस कुछ बाते हैं, जिनका पालन कर स्वस्थ्य सेक्स का अनुभव प्राप्त किया जा सकता है। हो सकता है कि आप कई बार पूरी कोशिश के बावजूद अपने पार्टनर को पूरी तरह संतुष्ट करें, लेकिन रात चढ़ने पर आपको कामयाबी नहीं मिल पाती। समय से पहले ही आपकी ऊर्जा खत्म हो जाती है। ज्यादा देर तक ऊर्जा कायम रखने के लिए इन बातों को ध्यान में रखें:

अनुकूल परिस्थितियां

सेक्स का सही और अच्छा अनुभव तभी प्राप्त किया जा सकता है, जब परिस्थितयां आपके साथ हों। यदि आप और आपके पार्टनर के बीच किसी प्रकार का तनाव है, आप दोनों में से किसी एक का भी मन शांत नहीं है और या आपके आस-पास का वातावरण आपकी शांति भंग कर रहा है तो आप स्वस्थ्य सेक्स नहीं कर सकते। इसलिए संभोग को लंबे समय तक खींचने के लिए सबसे पहला काम परिस्थितियों को अनुकूल बनाएं। यदि रात आने से कई घंटे पहले से ही अपने पार्टनर से कोई ऐसी बात नहीं करें, जिससे उसके दिल को ठेस पहुंचती हो या फिर वो नाराज होती हो। यही नहीं रात चढ़ने से पहले आस-पास के वातावरण से डिस्टर्बेंस उत्पन्न करने वाली वस्तुओं को अलग कर दें। कई बार मोबाइल या टेलीफोन भी डिस्टर्बेंस उत्पन्न करता है, लिहाजा उसे भी कमरे से हटा दें। यदि आपको किसी प्रकार की उलझन या तनाव है तो पार्टनर से बातें शेयर करें ताकि तनाव कम हो जाए।

फोर प्ले

सेक्स के अच्छे अनुभव के लिए आप फोरप्ले का सहारा लें तो बेहतर होगा। इसकी शुरुआत बातों से की जा सकती है। बात करते-करते पार्टनर के गाल पर हाथ रख उसे चुंबन लें। चुंबन के साथ-साथ उसे अपनी बाहों में भर लें। यहां पर हाथों से विभिन्न अंगों पर मसाज सेक्स को बढाता है। इन सबके साथ आप संभोग के लिए पूरी तरह तैयार हो जाते हैं।

पोजीशन बदलें

संभोग के दौरान यदि आपको लगने लगे कि आपकी ऊर्जा समय से पहले समाप्त होने वाली है, तो थोडी देर रुक जाएं। इससे हो सकता है आपकी पार्टनर आपको जकड़ने के प्रयास करेगी, लेकिन आघोश में आकर अपनी ऊर्जा को वहीं विराम नहीं दें। ऐसे में संभोग को लंबे समय तक खींचने के लिए पोजीशन बदलना अच्छा होता है। यदि आप बैठकर संभोग कर रहे हैं, तो लेट जाएं। यदि लेटकर तो बैठ जाएं, उलटे लेटे हैं तो सीधे लेट जाएं, आदि कुछ भी कर पोजीशन बदल लें। यहां पर ऐसी पोजीशन में सेक्स करने की कोशिश करें, जो आपने पहले कभी नहीं अपनाई हो।

ध्यान हटाएं

संभोग के दौरान यदि आपको लगने लगे कि आपकी ऊर्जा समाप्त होने वाली है, तो बिना पोजीशन बदले अपने ध्यान को पार्टनर की ओर से हटा लें। आप यह सोचें कि अभी आपको बहुत कुछ करना है। रात अभी बहुत लंबी है। संभोग से ध्यान हटाकर पार्टनर के होठों को काटना, चुंबन लेना और मसाज करना यहां सहायक साबित हो सकता है।

शराब मत पियें

संभोग से पहले शराब कभी मत पिएं। मदिरापान से आपको जल्द नींद आ सकती है। संभोग पूरा करने से पहले आपको नींद आने से आपकी पार्टनर नारज हो सकती है। दोनों के बीच तनाव पैदा हो सकते हैं। यही नहीं शराब के नशे में आपकी ऊर्जा जल्*दी समाप्*त हो जाती है।

अच्छी क्वालिटी का कंडोम इस्तेमाल करें

कई बार सेक्स का अनुभव उस समय ठंडा पड़ जाता है, जब अंतरंगों में सूखा पन आ जाए। इसलिए अच्छी क्वालिटी का कंडोम इस्तेमाल करें। अच्छा लूब्रीकेंट आपको नमी प्रदान करता है। यही नहीं यदि आपके होठ सूख गए हैं तो पानी जरूर पिएं। वैसे भी सेक्स के बीच में एक-दो बार पानी पीने से ऊर्जा बरकरार रहती है।

एक नए शोध के अनुसार यूरोपीय देशों में सत्तर से अधिक उम्र वाले दंपत्ति सेक्स संबंधों में सक्रिय है और इससे संतुष्ट भी हैं.

ब्रिटिश मेडिकल पत्रिका के एक सर्वे के अनुसार स्वीडन के शोधकर्ताओं ने पिछले 30 साल की अवधि में 1500 वृद्ध दंपत्तियों से उनके सेक्स जीवन के बारे में पूछा है और ये निष्कर्ष निकाले हैं.

शोध के अनुसार ऐसे लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जो यह मानते हैं कि उनका सेक्स जीवन लंबा हुआ है और इसमें महिलाओं की भी अच्छी ख़ासी संख्या है.

ब्रिटेन के एक विशेषज्ञ का कहना है कि आज के वृद्ध लोग ज्यादा खुले वातावरण में पले बढ़े हैं. शोध के अनुसार 70 साल से अधिक की उम्र के शादीशुदा और अविवाहित दोनों ही लोग सेक्स के मामले में सक्रिय हैं.
हाल में किए गए सर्वेक्षण में विवाहितों में 68 प्रतिशत पुरुषों का कहना है कि वो सक्रिय सेक्स जीवन व्यतीत कर रहे हैं जबकि महिलाओं में यह संख्या 38 प्रतिशत से बढ़कर 56 प्रतिशत हुई है.

सेक्स जीवन से संतुष्ट होने वाली महिलाओं की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है.

ओटावा यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर पेगी क्लिनप्लाट्ज़ का कहना है कि अब डॉक्टरों को अपने सभी मरीज़ों से सेक्स के बारे में ज़रुर पूछना चाहिए क्योंकि ये एक ज़रुरी हिस्सा है स्वस्थ जीवन का.

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में सेक्स साइकोलॉजी की विशेषज्ञ पेट्रा बायनटन कहती हैं कि अभी भी लोगों को लगता है कि वृद्ध लोग सेक्स के मामले में सक्रिय नहीं हो सकते हैं जबकि ऐसी बात नहीं है.

वो कहती हैं, ''इस नए शोध को कई तरह से देखा जा सकता है. ज़रुरी नहीं कि जिनसे सवाल पूछे गए हैं उनसे यह भी पूछा गया हो कि वो किस तरह का सेक्स जीवन बिता रहे हैं. सेक्स का मतलब सिर्फ संभोग से नहीं मानना चाहिए और कई दंपत्ति ऐसे भी ज़रुर होंगे जो बिल्कुल सेक्स न करते हों. ''
''इस नए शोध को कई तरह से देखा जा सकता है. ज़रुरी नहीं कि जिनसे सवाल पूछे गए हैं उनसे यह भी पूछा गया हो कि वो किस तरह का सेक्स जीवन बिता रहे हैं. सेक्स का मतलब सिर्फ संभोग से नहीं मानना चाहिए और कई दंपत्ति ऐसे भी ज़रुर होंगे जो बिल्कुल सेक्स न करते हों"

क्*या आप संभोग के अंतिम पड़ाव तक पहुंचने में असफल रहती हैं? संभोग के चरम आनंद तक पहुंचने में आपको कठिनाई होती है? या फिर रति निष्*पत्ति से पहले ही आप ठंडी पड़ जाती हैं? यदि ऐसा है, तो घबराने की बात नहीं है। यह बात सच है कि पुरुष बिना किसी कठिनाई के संभोग के चरम आनंद तक पहुंच जाते हैं, लेकिन महिलाओं को वहां तक पहुंचने में समय लगता है।

कई बार महिलाएं अपने पति के साथ रोजाना संभोग करने के बाद भी खुश नहीं रहतीं। उसके पीछे एक कारण यह भी है कि उनके पार्टनर उनसे पहले ही चरम आनंद तक पहुंच जाते हैं और वो पीछे रह जाती हैं। ऐसा होने पर कम उम्र की लड़कियों को यह भ्रम हो जाता है कि उनमें कुछ कमी है। वहीं 35 की उम्र पार करने के बाद की महिलाएं सोचने लगती हैं कि अब उनके अंदर सेक्*स की भावनाएं कम हो गई हैं। जबकि ऐसा नहीं है।

पुरुष पार्टनर की भूमिका अहम

चूंकि गर्भधारण के लिए महिलाओं में रति निष्*पत्ति होना जरूरी नहीं है, इसलिए डॉक्*टर भी इस बात को ज्*यादा तरजीह नहीं देते। हाल ही में अमेरिका में इसी बात पर एक शोध किया गया। शोध में पता चला कि महिलाएं चाहें तो हर बार चरम आनंद प्राप्*त कर सकती हैं। बस कुछ बातों को ध्*यान में रखने की जरूरत है। इसमें सबसे बड़ी भूमिका पुरुष पार्टनर की होती है। यदि वो सेक्*स के बारे में ज्ञान रखता है और आपकी परवाह करता है तो वो आपको चरम आनंद तक पहुंचाने में जरूर मदद कर सकता है।

शोध में पाया गया है कि चरम आनंद तक पहुंचने में सबसे ज्*यादा परेशानी 20 से 30 के बीच की उम्र में होती है। तकाम सेक्*सोलॉजिस्*ट कहते हैं कि यदि आप संभोग के दौरान चरम आनंद तक नहीं पहुंच पाती हैं, तो मैथुन करने के प्रयास करें। गुदा मैथुन चरम आनंद तक पहुंचने की क्रिया को सीखने में मदद करता है। एक शोध के मुताबिक 47 प्रतिशत स्त्रियां पहली बार मै*थुन के दौरान ही चरम आनंद पर पहुंचती हैं।

चरम आनंद के लिए कुछ टिप्*स

महिलाओं के साथ सबसे बड़ी समस्*या यह है कि यदि संभोग के बीच में वो रुक जाती हैं, तो वापस वही भावनाएं लाने में काफी समय लगता है। जबकि पुरुष जहां पर रुकते हैं वहीं से शुरू करते हैं। इसलिए संभोग से पहले अपने आस-पास से ऐसी वस्*तुओं जैसे मोबाइल फोन, अलार्म घड़ी, टेलीफोन , आदि को हटा दें जो आपको डिस्*टर्ब कर सकती है। कमरे की रोशनी कम कर दें।

इसके अलावा यदि आपको लगता है कि कोई बीच में आपके बेडरूम का दरवाजा खटखटा सकता है तो उसके लिए पहले से तैयार रहें। ऐसा होने पर एकदम से प्रतिक्रिया नहीं दें। सेक्*स के दौरान सबसे महत्*वपूर्ण होती हैं संभोग की क्रियाएं। यदि आपको चरम आनंद पहुंचने में दिक्*कत आती है तो क्रियाएं बदल-बदल कर संभोग करें।

अलग-अलग तरीके से सेक्*स करने पर चरम सुख तक पहुंचने में आसानी होती है। सबसे अहम बात यह है कि आप बीच-बीच में अपने पार्टनर को इस बात का अहसास दिलाती रहें कि वे रति निष्*पत्ति के लिए थोड़ा रुक जाएं, जाकि आपको समय मिल सके। इसके अलावा संभोग से पहले पार्टनर को फोर प्*ले के लिए उकसाने से भी लाभ मिलता है।

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