Thursday, September 2, 2010

चूत में भूत--1

this is my friend story

कुछ िदन पहलेअपनेऑिफस के गाडर् रमेश सेमेरी दोःती हो गई। धीरे
धीर हम दोनों बातचीत में काफी खुल गए। मैं अभी कंुवारा हूँलेिकन १००
सेज्यादा रंिडयांचोद चुका हूँ। मेरा लण्ड ८इंच लम्बा और काफी मोटा है।
रमेश शादीशुदा है। अक्सर हम लड़िकयों की चूत चोदनेऔर गांड मारने
की बातें करतेथे। मैं और रमेश अब साथ साथ रंिडयांचोदनेभी जाने
लगेथे। रमेश नेकुछ िदन बाद मुझेबताया िक वो अपनेगाँव की ५-६
भािभयाँचोद चुका है। रमेश नेकहा िक अगर मैं उसके साथ गाँव चलूंतो
३-४ भािभयाँतो मुझसेभी चुदनेको आराम सेतैयार हो जाएँगी।
एक िदन बात-बात में उसनेबताया िक गाँव में एक सोना नाम की औरत
हैऔर उसकी बीबी रोमा की दोःत है। देखनेमें सुंदर हैलेिकन उसको
पटा कर चोदनेके उसके सारेूयास असफल रहेहैं। मैंनेऔर रमेश ने
िमल कर सोना को चोदनेकी एक योजना बनाई। हम लोगों ने१५ तारीख
को गाँव जानेका फैसला कर िलया। १५ तारीख को १२ बजेहम रमेश के
गाँव पहुँच गए। गाँव में रमेश की बीबी और २ बच्चेथे। रमेश की बीबी
घंूघट डालेथी। रमेश मेरा पिरचय करातेहुए बोला- रोमा ! यह राकेश
भाईसाहब हैं। यह हमारेदोःत और साहब दोनों हैं। इनसेघूंघट करनेकी
जरूरत नहींहै।
रोमा भाभी नेघंूघट हटा िदया और मुःकरातेहुए बोली- भाईसाहब
नमःते !
मैंनेउसकी बीबी रोमा की तरफ देखा वो थोड़ी काली थी लेिकन उसकी
चूिचयांबहुत बड़ी बड़ी और तनी हुई थीं। ब्लाउज़ के नीचेरोमा कुछ नहीं
पहनेथी, संतरेबाहर िनकलनेको बेताब हो रहेथे, चुचूक के उभार
िबलकुल साफ़ िदख रहेथे। चूिचयों का कुछ िहःसा ब्लाउज़ सेबाहर
झाँक रहा था। रोमा का बदन पूरा माल था और चोदनेमें मज़ा देनेवाला
था। नमःतेकरके रोमा चाय बनानेचली गई। थोड़ी देर में रोमा हम
लोगों के िलए चाय बना कर लेआई।
रोमा नेजब झुक कर मुझेचाय दी तो उसकी चूिचयांपूरी बाहर िनकलने
लगी। झुकनेपर ब्लाउज़ के झरोखों सेउसकी चूिचयांपूरी नंगी िदख रही
थीं। नंगी चूिचयांदेख कर मेरा लण्ड टनक कर खड़ा हो गया था। रोमा ने
देखा िक मैं उसके बूब्स में झांक रहा हूँतो उसनेएक जहरीली सी
मुःकराहट दी। मुझेउसकी मुःकराहट सेलगा िक इसकी चूत चोदी जा
सकती है। मैंनेमन ही मन रोमा भाभी की चूत चोदनेकी ठान ली।
मैं, रोमा और रमेश चाय पीतेहुए आपस में बातचीत करनेलगे। रोमा
बहुत बातूनी थी, मुझेवो कुछ चालूसी भी लगी। रमेश नेबातों बातों में
रोमा को बताया िक मुझेभूत-ूेत भगानेमें महारत हािसल है। हम लोग
चाय पी रहेथेतभी वहांगाँव की एक औरत आई, रोमा बोली- आओ
बसंती आओ ! रमेश आयेहुए हैं और यह इनके िमऽ राकेश हैं। हम सब
लोग बातें करनेलगे। कुछ देर बाद रोमा उठकर अंदर िकसी काम सेचली
गई। रमेश नेमौका देखकर बसंती की चूिचयांमेरेसामनेही मसल दी
और बोला- बसंती, तेरेको चोदनेका मन कर रहा है ! बसंती मुःकरा के
बोली- चल खेत में घूमकर आतेहैं, गन्नेबहुत बड़ेबड़ेहो रहेहैं, वहां
चुदवानेमें बहुत मज़ा आएगा और तेरा केला खाए हुए भी बहुत िदन हो
गए हैं।
रमेश मुःकरा िदया और बोला- राकेश भाईसाहब का केला बहुत बड़ा है
इनका भी खाए, तो चलें !
बसंती मुःकरा दी और आँख मार कर बोली- दोनों आना ! दोनों के केले
खा लंूगी ! और मुःकराती हुई अंदर चली गई।
बसंती देखनेमें बुरी नहींथी लेिकन रोमा भाभी के आगेबेकार थी। मैंने
रमेश सेकहा- तू२ महीनेबाद आया हैजा कर जरा भाभी के पास लेट !
रमेश खी-खी कर हँसा और बोला- भाई ! बीबी की तो रात में भी लेलेंगे !
अभी तो चल कर बसंती की चूत बजातेहै, साली बड़ी मःत होकर
चुदवाती हैऔर लोड़ा भी लपालप पीती है। घड़ी में एक बज रहा था।
रमेश बोला- दो बजेखेत में चल कर बसंती को चोदतेहै ! उसके बाद ५
बजेसोना आएगी तब िफर उसेफंसातेहैं। हम लोगों नेखाना खाया और
मैं आराम करनेलगा।
दो बजेरमेश बोला- चल ! बसंती को चोद कर आतेहैं !
मेरेमन में रोमा भाभी को चोदनेका प्लान चल रहा था। मैंनेउससेकहा-
यार ! तूजा मुझेबहुत थकान हो रही है ! थोड़ा आराम कर लंू, िफर तुझे
तेरी सोना भाभी की भी चूत िदलवानी है, अगर ज्यादा थक गया तो सोना
को चोदनेका प्लान ख़राब न हो जाए।
रमेश बोला- ठीक है, तूआराम कर ! मैं बसंती को चोद कर आता हूँ।
रमेश बाहर चला गया। रमेश के दोनों बच्चेबाहर खेल रहेथे। रोमा भाभी
और मैं अकेलेथे। रमेश की बीबी रोमा मेरेकमरेमें आई और बोली- भाई
साहब ! मुझेएक िदक्कत हैअगर आप िकसी को नहींबताएँगेतो मैं
आप को बताऊँ !
मैंनेकहा- ठीक है, आप बताइए !
रोमा बोली- मुझेरात को नींद नहींआती है, ऐसा लगता हैजैसेकोई मेरी
साड़ी उठा रहा हो, एक दो बार यह सोचकर नंगी भी सोई की भूत अब
साड़ी कैसेउठाएगा लेिकन तब मुझेएसा लगता हैजैसेकोई मेरेटांगें
चौड़ी कर रहा हैऔर मेरी चूत चोदना चाहता है। भैया ! मुझेलगता है
कोई भूत मुझेतंग कर रहा है, आप मुझेचेक कर के बता दो िक कोई भूत
तो मुझ पर नहींचढ़ा हुआ है।
मेरा लण्ड रोमा की बातें सुनकर उछाल मारनेलगा था। मैंनेकहा- भाभी
भूत चेक तो कर देता हूँलेिकन आपको जगह-जगह सेछूना पड़ेगा,
आपको बुरा तो नहींलगेगा?
रोमा बोली- कैसी बात करतेहैं भाईसाहब ! एक तो आप मेरा इलाज
करेंगे, ऊपर सेमैं बुरा मानंू ! मैं इतनी ख़राब लगती हूँक्या आपको?
मैं रोमा को देखकर कुछ देर तक सोचनेलगा।
रोमा बोली- भाईसाहब आप कुछ कहना चाहतेहैं तो कह दीिजए ! और
उसनेएक कामुक सी अंगड़ाई ली।
मैं समझ गया िक अब लाइन साफ़ है।
मैं बोला- आप साड़ी उतार देंगी तो थोड़ा ठीक सेचेक कर लूँगा।
रोमा बोली- बस इतनी सी बात !
और उसनेएक झटके में साड़ी उतार दी। अब वो एक लो कट ब्लाउज़
और पेटीकोट मैं मेरेसामनेखड़ी थी। मेरा लण्ड पूरा तना हुआ था और
चोदनेको बेकाबूहो रहा था।
मैं बोला- भाभी जरा मेरी आँखों में आँखेडालो !
उसनेमेरी आँखों में आँखेडाल दी। उसकी आँखेबड़ी बड़ी थीं। उसके बाद
मैंनेरोमा के दोनों गालों पर हाथ िफराया और गाल सहलानेलगा। कुछ
देर बाद गला सहलातेहुआ मेरेहाथ उसकी चूिचयों के ऊपर आ गये।
ब्लाउज़ के ऊपर सेकस-कस कर दो बार मैंनेउसकी मोटी मोटी गदराई
हुई चूिचयांदबा दीं। अपनेको थोड़ा कंशोल में रखतेहुआ मैं अपना हाथ
उसके पेट पर िफरातेहुऐ पेटीकोट के उपर लेगया और उसकी चूत अपने
हाथ सेदो तीन बार रगड़ दी।
रोमा गरम हो गई थी, उसनेदो-तीन बार उह उह आह की आवाज़ की।
थोड़ी देर बाद मैंनेअपना हाथ हटा िलया। रोमा उतेिजत थी उसके मुँह से
िनकल ही गया- भाईसाहब, भूत भगाइए ना ! बहुत मज़ा आ रहा है।
मैंनेभाभी सेकहा- भाभी आपके बदन में भूत िचपटा हुआ है, उसेभगाने
के िलए आपको नंगा करना पड़ेगा।
रोमा भाभी की चूत गरम हो गई थी, वो बोली- मैं तैयार हूँ !
उन्होंनेकहा- हम दोनों बाथरूम में चलतेहैं ! रोमा भाभी नेमुझेबताया
िक उनके बाथरूम का दरवाज़ा दो कमरों में खुलता है, एक दरवाज़ा िजस
कमरेमें मैं था उसमें खुलता था दसू रा दरवाज़ा भाभी के बेडरूम में
खुलता था। मेरा लण्ड रोमा को चोदनेके िलए बेकरार हो रहा था।
रोमा साड़ी उठाकर अपनेकमरेकी तरफ चली गई। मैं सोच ही रहा था
िक बाथरूम सेखट खट की आवाज़ आई। रोमा अपनेकमरेकी तरफ से
बाथरूम में आ गई थी। रोमा भाभी बाथरूम सेझाँककर बोलीं- आओ,
जल्दी अंदर आओ ना !
मैं अब बाथरूम में चला गया। बाथरूम में मैं और रोमा अकेलेथे। रोमा
बोली- मेरा भूत भगाओ ना !
मैं कुछ घबरा रहा था। मैंनेअपनेको सँभालतेहुए कहा- आप अपनेकपड़े
तो उतारो !
रोमा इतरातेहुए बोली- आप नंगा कर दो न मुझे ! खुद नंगा होनेमैं शमर्
आ रही है !
मैंनेआगेबढ़कर रोमा को अपनेबाँहों में भर िलया। अब मेरेहोंठ उसके
होंठों सेिचपक रहेथे। मैं बोला- आज आपके सारेभूत भगा दंगू ा !
और हम दोनों एक दसू रेके होंठ चूसनेलगे। कुछ देर बाद मैं अलग हुआ
और उसके ब्लाउज़ के बटन मैंनेखोल िदए। रोमा के दोनों संतरेफड़फड़ा
कर बाहर िनकल आये। उसकी चूिचयांकाफी बड़ी बड़ी और तनी हुई थीं,
मेरेहाथों में पूरी नहींआ रही थी। मैंनेउन्हें अपनेदोनों हाथों सेहानर् की
तरह बजाना शुरू कर िदया बीच बीच मैं िनप्प्ल भी उमेठ रहा था। मेरा
लण्ड थोड़ा गीला हो गया था। रोमा मःती में आह ऊह आह ! बड़ा मज़ा
आ रहा है ! करके िचल्ला सी रही थी। चुदनेको वो बेकरार हो रही थी।
मैंनेबाथरूम का नल खोल िदया था तािक आवाज़ बाहर न जा सके।
रोमा पूरी गरम थी, वो मुझसेकहनेलगी- भाईसाहब ! थोड़ा चूत पेभी
हाथ फेरो ना ! सालेभूत को आज मार के ही छोड़ना !
मैं उसके पेटीकोट का नाड़ खोलनेलगा। रोमा बोली- भाईसाहब, आप
अपनेकपड़ेभी उतार लो, वरना बाथरूम में ख़राब हो जायेंगे।
मुझेरोमा की बात सही लगी मैंनेपहलेअपनेकपड़ेउतार िदए। अब मैं
िसफर् चड्डी में था, मेरा ८ इंच लम्बा लण्ड पूरा तना हुआ चड्डी में से
साफ़ िदख रहा था। रोमा भाभी मुःकराई और बोली- आप का औजार तो
बहुत अच्छा िदख रहा है, यह तो गाँव की सभी औरतों की चूत का भूत
भगा देगा।
रोमा अब भी पेटीकोट पहनेथी। मैंनेआगेबढ़ कर उसके पेटीकोट का
नाड़ा खोल िदया। पेटीकोट एक झटके सेनीचेिगर गया और उसकी
चमचमाती हुई चूत अब मेरी आँखों के सामनेथी। चूत पूरी िचकनी थी
और गीली हो रही थी। मैंनेचूत पर हाथ फेर िदया और बोला- रोमा रानी,
माल तो तुम्हारा बहुत बिढ़या है।
रोमा बोली- साली को भूत रोज रोज़ तंग करता है, आज इसकी शेव बनाई
थी िक रमेश सेभूत को िपटवाउँगी लेिकन मुझेक्या पता था िक आज
इसका इतना अच्छा िदन हैिक आप जैसेभूत भागनेवालेसेइसका
दीदार होगा।
मैं रोमा सेपूरा िचपक गया था, मैं बोला- िदन आपका नहींमेरा अच्छा है
िक मुझेआपकी चूत का भूत भागनेका काम िमला है।
अब हम एक दसू रेसेबुरी तरह सेिचपके हुए थे। मैं उसके नरम नरम
चूतड़ सहला रहा था। रोमा भी आह ऊह कर रही थी। थोड़ी देर बाद मैंने
अपना अंडरिवयर उतार िदया, मेरा ८ इंच लम्बा लण्ड अब रोमा के आगे
था। रोमा मेरा लण्ड अपनेहाथ में मसल कर बोली- वाह वाह ! िकतना
अच्छा लण्ड हैआपका ! इससेचुदनेमें तो मज़ा आ जायेगा ! साला आज
तो मेरी चूत सेिचपके भूत की इससेऐसी िपटाई होगी िक भूत िजन्दगी
भर याद रखेगा !
मैंनेरोमा को अपनेसेिचपका िलया। अब मेरा लण्ड उसकी चूत के मुँह
पर टकरा रहा था।
मैंनेरोमा को फशर् पर िलटा िदया उसनेअपनी टाँगेफैला दी थींउसकी
संुदर थोड़ी सी फटी हुई चूत मुझेचोदनेके िलए उकसा रही थी। मेरा
लण्ड लोहेकी रॉड की तरह तना हुआ था। रोमा िससकारी लेतेहुआ
बोली- मेरेरजा ! अब अपना लण्ड इस कमीनी चूत में डालो ना ! इसको
फाड़ो और चोदो ! अब इसेऔर मत तड़फाओ।
मैंनेरोमा की जाँघों के बीच घुटनेके बल बैठकर अपनेहाथों सेउसकी
दोनों चूिचयांकस कस के पकड़ ली और उन्हें तेजी सेदबानेलगा। मेरा
लण्ड का सुपाड़ा रोमा की चूत सेटकरा रहा था। मैं चोदनेका मािहर था
और २०० सेजयादा औरतों की चूत चोद चुका था इसिलए मैं रोमा को
चोदनेसेपहलेथोड़ा और गरम करना चाहता था। मैं रोमा के दोनों ःतनों
को मुँह में बारी बारी सेचूस रहा था और अपनेलण्ड को िहला िहला कर
उसकी चूत के मुँह पर िफरा रहा था।
रोमा की आहऽऽ ऊहऽऽ आहऽ आहाऽअ आह बहुत मज़ा आ रहा है ! की
आवाजें बाथरूम में गँूज रही थीं। रोमा अब बहुत गरम थी, वो िचल्ला रही
थी- राजा थोड़ा अंदर डालो ! मेरेराजा आज बहुत िदन बाद इतना बिढ़या
लण्ड िमला है, चोदो न ! देर मत करो !
उसकी चूिचयांमैं कस कस कर मसल रहा था। उई आह की आवाज़ से
बाथरूम गूँज रहा था। रोमा जो गाँव की शम􀈸ली भाभी लगती थी, इस
समय पूरी गरम थी और अपनी गांड बार बार लण्ड अंदर डलवानेके िलए
उचका रही थी। मैंनेएक तेज झटका उसकी चूत के मुँह पर मारा, मेरा
आधा लण्ड उसकी चूत में उतर गया।
रोमा नेकस कर मुझेभींच िलया और उसकी आह उअह की आवाजें तेज
हो गईं। अगलेझटके में मेरा पूरा लण्ड उसकी चूत में था। रोमा तेजी से
िचल्ला उठी- ऊई ऊई मर गई !
अब मुझेउसकी चूत चोदनी थी।
रोमा की जांघें पकड़ कर मैंनेऊपर उठा दीं। मेरा लण्ड रोमा की चूत में
घुसा हुआ था। मैंनेधीरेधीरेउसकी चूत में लण्ड आगेपीछे करना शुरू
िकया। रोमा की बुर बुरी तरह सेपानी छोड़ रही थी। मैंनेअपनी चोदनेकी
ःपीड बढ़ा दी। रोमा की चूिचयांआगेपीछे जोर जोर सेिहल रही थी।
उसके मुँह सेऊई आह आह आह मर गई ! की आवाजें िनकल रही थीं।
बीच बीच में वो गािलयाँभी बक रही थी। रोमा िचल्ला रही थी- मादरचोद
! चोद कु􀆣े ! मार मेरी चूत को ! इसको फाड़ ! बहुत मज़ा आ रहा हैतुझसे
चुदनेमें !
मैं बोला- आज तेरी चूत के भूत को फाड़ कर ही छोड़ूंगा !
रोमा बोली- मेरी चूत के राजा ! मेरेको जम के बजा !
इस व􀆠 मैं उस बहुत तेजी सेचोद रहा था। थोड़ा झुककर मैंनेउसकी
चूिचयांदबानी शुरू कर दी और चोदनेकी ःपीड कम कर दी। रोमा का
चुदना जारी था। मैं और रोमा इस समय चुदनेका पूरा मज़ा लेरहेथे।
सबसेज्यादा मजा मुझेघरेलूऔरतों की चूत पेलनेमें आता हैजो आज
मैं पूरा पूरा लेरहा था। रोमा की चूत मेरेकण्शोल में थी और मैं उसमें
कभी धीरेधीरेऔर कभी तेज तेज धक्के मारतेहुए चोद रहा था। रोमा
को चोदतेहुए मैं उसकी चूिचयांभी दबानेलगा। रोमा आह उह आह उअह
आह आह की आवाज करती हुऐ चुदनेका मज़ा लेरही थी।रोमा की
चुिचयों की घुिन्डयाँमसलतेहुए मैंनेकहा- क्यों चूत के भूत की िपटाई
का मज़ा लेरही हो ?
रोमा बोली- सच राजा ! आज बहुत मज़ा आ रहा है ! तुम मुझेऐसेही
चोदो और मसलो ! आज मेरी सबसेअच्छी चुदाई का िदन है !
थोड़ी देर बाद मैंनेरोमा की चूत में सेलण्ड बाहर िनकल िलया, रोमा
बोली- भाईसाहब और चोदो न ! रमेश अभी नहींआएगा ! मेरेराजा और
चोदो ना ! मैंनेकहा- तुम्हारी चूत में जो भूत हैउसनेमेरेलण्ड को गरम
कर िदया है, इसेमुँह में लेकर थोड़ा सा प्यार करो, उसके बाद सालेभूत
के ूाण िनकाल दंगू ा।
थोड़ी देर में रोमा भाभी के मुँह में मेरा मोटा लण्ड था। रोमा उसेप्यार से
घोड़ी बनकर चूस रही थी। मेरेहाथ भाभी के चूतड़ों को कस कस कर पीट
रहेथे। लौड़ा चूसनेसेबुरी तरह तन गया। अब मैं और भाभी ६९ आसन
में थे। उनका चूत रस बहुत तेजी सेबह रहा था िजसेमैं लपालप पीने
लगा। भाभी मेरा लण्ड फुल मःत होकर चाट और चूस रही थीं। मैंनेरोमा
भाभी को घोड़ी बना िदया और पीछे सेउनकी चूत में अपना लौड़ा घुसा
िदया और झुककर उनके संतरों को मसलनेलगा। रोमा मःती में नहा
रही थी, पूरा लण्ड उसकी चूत में कस कर घुसा हुआ था। वो बार बार
िचल्ला रही थी- भाईसाहब चोदो ! इस कुतेको आराम क्यों करा रहेहो !
मैं बोला- तेरेभूत को दबाए हुए हैयह !
और मैंनेउसकी चुिचयों को कस कस कर नोचना जारी रखा। ३-४ िमनट
बाद मैंनेबहुत तेजी सेउसकी चूत चोदना शुरू कर दी। अब वो बहुत तेजी
सेउई आह उई उई उई ! मर गई ! रोको रोको ! मेरी फट गई ! उई मर गई
मर गई ! िचल्ला रही थी। इस तरह वो िचल्लाती रही। ५ िमनट बाद मैंने
अपना सारा वीयर् उसकी चूत में छोड़ िदया। उसकी भी चूत सेकाफी चूत-
रस िनकला था। इसके साथ ही हम जमीन पर एक दसू रेके ऊपर िगर
गए और गहरी गहरी साँसेलेनेलगे। रोमा नेमुझेबाँहों में भर िलया और
बोली- मेरेप्यारेराकेश ! आज तुमनेमुझेबहुत मज़ा िदया !
थोड़ी देर बाद हम सीधेहुए और एक दसू रेको बाँहों में भरकर हमनेहोंठों
में होंठ डालकर एक लम्बा चुम्बन िलया। इसके बाद मैं और रोमा कपड़े
पहन कर बाहर आ गए।
रोमा दो कप चाय लेआई, हम एक दसू रेकी तरफ मुःकरातेहुए चाय पी
रहेथे। रोमा बोली- भाई साहब ! कब जाओगे?
मैं बोला- मैं और रमेश कल सुबह जाएंगे !
रोमा बोली- मेरी चूत का भूत तो आपनेभगा िदया लेिकन वायदा करो
िक आप रात को एक बार और मुझेचोदेंगे ! जब रमेश सो जायेगा तो मैं
बाथरूम में आकर आप सेचुदवा लूंगी !
मैं मुःकरा रहा था, रोमा बोलेजा रही थी। रोमा बोली- रात में आप मेरी
गांड भी एक बार मारना ! मुझेगांड मरवानेमें बहुत मज़ा आता है।
रोमा की बात सुन कर मैं हैरान था, मैंनेकहा- रमेश तो मुझसेकहता है
िक उसनेआज तक गांड नहींमारी !
रोमा नेबताया- रमेश के पीछे बसंती के पित सोहन सेचूत और गांड
दोनों मरवाती हूँ, लेिकन उसका लण्ड ५ इंच है, वो उसकी चूत उतनी
अच्छी नहींमारता िजतनी अच्छी रमेश मारता है। लेिकन सोहन गांड
बहुत अच्छी मरता है।
रात को तीन बजेहम दोनों नेसेक्स करनेकी योजना बना ली और मैंने
वायदा िकया िक मैं उसकी गांड जरूर मारूंगा।

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